Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Mar 2022 · 1 min read

मेरी ही नकल

कोई मेरे खिलाफ फिर से साजिश कर रहा है
या कोई मुझे पे किताब लिख रहा हैं
जो देखकर मेरे ओर, मेरी ही नक़ल कर रहा है
आखिर है कौन जो मुझसे दूर होकर ,
अपनी मुझे नूर कह रहा है

Language: Hindi
169 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
23/160.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/160.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कट गई शाखें, कट गए पेड़
कट गई शाखें, कट गए पेड़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
क्रिकेट
क्रिकेट
SHAMA PARVEEN
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
अशोक चाँद पर
अशोक चाँद पर
Satish Srijan
प्लास्टिक बंदी
प्लास्टिक बंदी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय प्रभात*
प्रेम
प्रेम
Dr.Priya Soni Khare
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Dr fauzia Naseem shad
इच्छा शक्ति अगर थोड़ी सी भी हो तो निश्चित
इच्छा शक्ति अगर थोड़ी सी भी हो तो निश्चित
Paras Nath Jha
"नेवला की सोच"
Dr. Kishan tandon kranti
*** यादों का क्रंदन ***
*** यादों का क्रंदन ***
Dr Manju Saini
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-158के चयनित दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-158के चयनित दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मेरी प्यारी हिंदी
मेरी प्यारी हिंदी
रेखा कापसे
*यह दौर गजब का है*
*यह दौर गजब का है*
Harminder Kaur
भोर के ओस!
भोर के ओस!
कविता झा ‘गीत’
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मिलने वाले कभी मिलेंगें
मिलने वाले कभी मिलेंगें
Shweta Soni
*स्वतंत्रता संग्राम के तपस्वी श्री सतीश चंद्र गुप्त एडवोकेट*
*स्वतंत्रता संग्राम के तपस्वी श्री सतीश चंद्र गुप्त एडवोकेट*
Ravi Prakash
हमारा साथ और यह प्यार
हमारा साथ और यह प्यार
gurudeenverma198
19)”माघी त्योहार”
19)”माघी त्योहार”
Sapna Arora
‘’ हमनें जो सरताज चुने है ,
‘’ हमनें जो सरताज चुने है ,
Vivek Mishra
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
VINOD CHAUHAN
हे मन
हे मन
goutam shaw
गुरु दीक्षा
गुरु दीक्षा
GOVIND UIKEY
अभिव्यक्ति का दुरुपयोग एक बहुत ही गंभीर और चिंता का विषय है। भाग - 06 Desert Fellow Rakesh Yadav
अभिव्यक्ति का दुरुपयोग एक बहुत ही गंभीर और चिंता का विषय है। भाग - 06 Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
पूर्वार्थ
इश्क
इश्क
SUNIL kumar
आज का बदलता माहौल
आज का बदलता माहौल
Naresh Sagar
जीवन साथी
जीवन साथी
Aman Sinha
Loading...