मेरी हालत
मेरी हालत
चिराग में बंद
उस जिन्न के समान है।
जो अथाह शक्ति का
मालिक होने के बावजूद भी
अपने लिए कुछ नहीं कर सकता है।
मेरी हालत
चिराग में बंद
उस जिन्न के समान है।
जो अथाह शक्ति का
मालिक होने के बावजूद भी
अपने लिए कुछ नहीं कर सकता है।