मेरी हार तुम मेरी जीत तुम
मेरी हार तुम मेरी जीत तुम, मेरे जीवन का मधुर संगीत तुम,
मेरा गीत तुम मेरी ताल तुम, बिन बोले मेरे अधरों का हाल तुम,
मेरी चाल तुम मेरी ढाल तुम, मेरे शुष्क ग्रीष्म का शीतल ताल तुम,
मेरा रस अलंकार तुम, मेरा गणित प्रकार तुम,
मेरा उत्साह तुम, श्रंगार तुम,
मेरा संयोग,अश्रु जल वियोग तुम,
मेरी रीत तुम, मेरी प्रीत तुम, मेरा भाव तुम, विभोर तुम,मेरा प्रेम तुम, मेरी साधना, आराधना तुम,
मेरा सबकुछ तुम, में भी तुम, सब तुम ही तुम….