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25 Jun 2020 · 1 min read

मेरी हमसफर मेरी तंहाई

आखिरी हो सफर संग परछाई हो
हो लवों पर हँसी दिल में’ रुसवाई हो
छोड़ दे साथ सारे न गम है कोई
कम से कम हमसफर मेरी’ तंहाई हो

©
शरद कश्यप

Language: Hindi
2 Likes · 299 Views
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