मेरी हमसफर मेरी तंहाई
आखिरी हो सफर संग परछाई हो
हो लवों पर हँसी दिल में’ रुसवाई हो
छोड़ दे साथ सारे न गम है कोई
कम से कम हमसफर मेरी’ तंहाई हो
©
शरद कश्यप
आखिरी हो सफर संग परछाई हो
हो लवों पर हँसी दिल में’ रुसवाई हो
छोड़ दे साथ सारे न गम है कोई
कम से कम हमसफर मेरी’ तंहाई हो
©
शरद कश्यप