Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2021 · 1 min read

मेरी सुनो ना.. जरा संग हो ना!

मेरी सुनो ना..
जरा संग हो ना!
फिसलता सा हर पल
जरा थाम लो ना।
यूं खुद को समेटे
थका जा रहा हूं
उचाटी है मन में
न सो पा रहा हूं
कुछेक ज़िक्र पिछले
फिर से करो ना
मेरी सुनो ना
जरा संग हो ना।।
निस्तेज तेरा
लगा क्यों है चेहरा
ये गंगा किनारा
लिए सुप्त धारा
उदासी हृदय की
अधर से धुलो ना
मेरी सुनो ना
जरा संग हो ना।।
लगा जैसे मेरी
ये अंतिम घड़ी है
चली लगती सांसें
कभी कुछ थमीं हैं
मुझे भय सताता
गले से लगो ना।
मेरी सुनो ना..
जरा संग हो ना!

स्वरचित
रश्मि लहर

Language: Hindi
1 Like · 322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
अरे! डॉक्टर की बीवी हो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बादल
बादल
लक्ष्मी सिंह
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
2930.*पूर्णिका*
2930.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*
*"नमामि देवी नर्मदे"*
Shashi kala vyas
*सेब का बंटवारा*
*सेब का बंटवारा*
Dushyant Kumar
उनका ही बोलबाला है
उनका ही बोलबाला है
मानक लाल मनु
लफ्ज़ों की जिद्द है कि
लफ्ज़ों की जिद्द है कि
Shwet Kumar Sinha
When the destination,
When the destination,
Dhriti Mishra
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
DrLakshman Jha Parimal
फूल सी तुम हो
फूल सी तुम हो
Bodhisatva kastooriya
वो एक एहसास
वो एक एहसास
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर ,
मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
सरस्वती पूजा में प्रायश्चित यज्ञ उर्फ़ करेला नीम चढ़ा / MUSAFIR BAITHA
सरस्वती पूजा में प्रायश्चित यज्ञ उर्फ़ करेला नीम चढ़ा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
कितने पन्ने
कितने पन्ने
Satish Srijan
Below the earth
Below the earth
Shweta Soni
हम गांव वाले है जनाब...
हम गांव वाले है जनाब...
AMRESH KUMAR VERMA
रिश्ते
रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
फीका त्योहार !
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
*कर्ज लेकर एक तगड़ा, बैंक से खा जाइए 【हास्य हिंदी गजल/गीतिका
*कर्ज लेकर एक तगड़ा, बैंक से खा जाइए 【हास्य हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
मां कुष्मांडा
मां कुष्मांडा
Mukesh Kumar Sonkar
परेशां सोच से
परेशां सोच से
Dr fauzia Naseem shad
वक्त हो बुरा तो …
वक्त हो बुरा तो …
sushil sarna
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
सुबुधि -ज्ञान हीर कर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
चीर हरण ही सोचते,
चीर हरण ही सोचते,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान
नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान
Sushila joshi
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
मुस्कुराते हुए सब बता दो।
surenderpal vaidya
चलो हम सब मतदान करें
चलो हम सब मतदान करें
Sonam Puneet Dubey
*हुई हम से खता,फ़ांसी नहीं*
*हुई हम से खता,फ़ांसी नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...