Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2021 · 1 min read

मेरी सच्चाई उन्हें नागवार गुजरी

1.

मेरी सच्चाई उन्हें बेहद नागवार गुजरी
वे अपनी कारगुजारी से बेईमानों के शहंशाह हो गए

2.

मुहब्बत के मारों को , सियासत से क्या लेना
ये अपनी दुनिया के शहंशाह हैं , इन्हें बेगैरत दुनिया से क्या लेना

Language: Hindi
2 Likes · 530 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

भगवान का बाप
भगवान का बाप
Dr MusafiR BaithA
-शुभ स्वास्तिक
-शुभ स्वास्तिक
Seema gupta,Alwar
गर्मी
गर्मी
Rajesh Kumar Kaurav
हमें बुद्धिमान के जगह प्रेमी होना चाहिए, प्रेमी होना हमारे अ
हमें बुद्धिमान के जगह प्रेमी होना चाहिए, प्रेमी होना हमारे अ
Ravikesh Jha
कलम का क्रंदन
कलम का क्रंदन
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
"जग स्तंभ सृष्टि है बिटिया "
Dushyant Kumar Patel
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
Monika Arora
अधूरे सवाल
अधूरे सवाल
Shyam Sundar Subramanian
2515.पूर्णिका
2515.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*
*"ममता"* पार्ट-3
Radhakishan R. Mundhra
🙅आज का आग्रह🙅
🙅आज का आग्रह🙅
*प्रणय*
"कैसा सवाल है नारी?"
Dr. Kishan tandon kranti
पैसे की क़ीमत.
पैसे की क़ीमत.
Piyush Goel
मंज़िल अब दूर नही
मंज़िल अब दूर नही
Sonam Pundir
भारतीय समाज
भारतीय समाज
Sanjay ' शून्य'
कभी-कभी ऐसा लगता है
कभी-कभी ऐसा लगता है
Suryakant Dwivedi
पत्रकार दिवस
पत्रकार दिवस
Dr Archana Gupta
ऋषि अष्टावक्र
ऋषि अष्टावक्र
Indu Singh
अपना पन तो सब दिखाते है
अपना पन तो सब दिखाते है
Ranjeet kumar patre
प्यार के मायने बदल गयें हैं
प्यार के मायने बदल गयें हैं
SHAMA PARVEEN
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
gurudeenverma198
मौन समझते हो
मौन समझते हो
मधुसूदन गौतम
* तेरी सौग़ात*
* तेरी सौग़ात*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"एक ख्वाब टुटा था"
Lohit Tamta
तीर्थों का राजा प्रयाग
तीर्थों का राजा प्रयाग
Anamika Tiwari 'annpurna '
माँ का आँचल
माँ का आँचल
Indu Nandal
खाली सूई का कोई मोल नहीं 🙏
खाली सूई का कोई मोल नहीं 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
जज्बात लिख रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
तन्हा रात तन्हा हम और तन्हा तुम
तन्हा रात तन्हा हम और तन्हा तुम
Naresh
"दोषी है कौन"?
Jyoti Pathak
Loading...