मेरी संवेदबाएं
मेरी संवेदबाएं
”आदिपुरुष” के
सज्जन निर्माता के साथ हैं,
जो एक दुर्जन पर भरोसा कर
अनचाही आपदा मोल ले बैठे।।
■प्रणय प्रभात■
मेरी संवेदबाएं
”आदिपुरुष” के
सज्जन निर्माता के साथ हैं,
जो एक दुर्जन पर भरोसा कर
अनचाही आपदा मोल ले बैठे।।
■प्रणय प्रभात■