Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2017 · 1 min read

मेरी माला

मेरी यादों मे आती एक सुंदर बाला ।
भादौ की रात का वह बरसाती नाला ।।

उस दिन न आयी वो पहन के माला ।
करता रहा इंतजार होने तक उजाला ।।

समय बढता चला छूट गई शाला ।
जिंदगी बन गई रिश्तो का झमेला ।।

सुबह जाता हूं देखने रोज गेहूं की बाला ।
रात को थककर घूमा करता हूं मधुशाला ।।

सफर में एक दिन मिली मेरी वो माला ।
दो नन्हे मुन्नो के साथ पहन के सूट काला ।।

मैने पूछा पास आकर कैसी हो माला ।
कहने लगी कुम्हला गयी तुम्हारी माला ।।

बातो ही बातो में बतायी उसने जिंदगी की पाठशाला ।
भुलाये भूली नही जाती वो साथ पढने पढाने वाली पाठशाला ।।
।।।।जेपीएल।।।

Language: Hindi
275 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
हाइकु haiku
हाइकु haiku
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
काफी है
काफी है
Basant Bhagawan Roy
जिनके पास
जिनके पास
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार के काबिल बनाया जाएगा।
प्यार के काबिल बनाया जाएगा।
Neelam Sharma
🥀 *अज्ञानी की✍*🥀
🥀 *अज्ञानी की✍*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*नेकलेस (कहानी)*
*नेकलेस (कहानी)*
Ravi Prakash
गर्मी की छुट्टियां
गर्मी की छुट्टियां
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
खुद की एक पहचान बनाओ
खुद की एक पहचान बनाओ
Vandna Thakur
ग़म बहुत है दिल में मगर खुलासा नहीं होने देता हूंI
ग़म बहुत है दिल में मगर खुलासा नहीं होने देता हूंI
शिव प्रताप लोधी
2752. *पूर्णिका*
2752. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सफलता का मार्ग
सफलता का मार्ग
Praveen Sain
गिव मी सम सन शाइन
गिव मी सम सन शाइन
Shekhar Chandra Mitra
आप नहीं तो ज़िंदगी में भी कोई बात नहीं है
आप नहीं तो ज़िंदगी में भी कोई बात नहीं है
Yogini kajol Pathak
"यादों के झरोखे से"..
पंकज कुमार कर्ण
हाँ, मेरा यह खत
हाँ, मेरा यह खत
gurudeenverma198
तुम अपने खुदा पर यकीन रखते हों
तुम अपने खुदा पर यकीन रखते हों
shabina. Naaz
रिश्तों के मायने
रिश्तों के मायने
Rajni kapoor
दोस्ती की कीमत - कहानी
दोस्ती की कीमत - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
सत्य कुमार प्रेमी
" मुरादें पूरी "
DrLakshman Jha Parimal
जन कल्याण कारिणी
जन कल्याण कारिणी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दिखावा
दिखावा
Swami Ganganiya
यहां से वहां फिज़ाओं मे वही अक्स फैले हुए है,
यहां से वहां फिज़ाओं मे वही अक्स फैले हुए है,
manjula chauhan
``बचपन```*
``बचपन```*
Naushaba Suriya
बहुत टूट के बरसा है,
बहुत टूट के बरसा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
।। मतदान करो ।।
।। मतदान करो ।।
Shivkumar barman
"यह कैसा दौर?"
Dr. Kishan tandon kranti
मीठी नींद नहीं सोना
मीठी नींद नहीं सोना
Dr. Meenakshi Sharma
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...