मेरी मां
जगत की रचनाएँ अद्भुत हैं,
प्रकृति के आदर्श सुंदर हैं।
परमात्मा की प्रतिभा सबमें है,
पर मां की महिमा अनंत है।
मां, तेरी ममता का असर है,
जिसमें सुख-दुख का संसार है।
तू है वो दुलारी, जो हमेशा प्यारी,
हर बच्चे के जीवन की आदार है।
तेरी गोदी में सुकून है सदा,
तेरे होंठों पर प्यार की मुस्कान है।
तू है वो समर्पण, जिसमें अमर हैं,
तेरी ममता ही जीवन का ध्यान है।
तू है वो शक्ति, जो निर्मल नीर है,
तेरी आँचल में सुरज की किरण है।
तू है वो अनुग्रह, जो सबके लिए,
तेरी ममता ही सदा की आशा है।
तेरे चरणों में स्वर्ग है स्थान पाया,
तू है वो वरदान, जिसे हर व्यक्ति पाया।
तेरी खुशियों से सृष्टि में उजाला है,
तेरी ममता ही जीवन का आदार है।
मां, तेरी पूजा करते हैं हम,
तेरी छाँव में आशीर्वाद पाते हैं हम।
तू है वो अमृत, जो सबको पिलाती है,
तेरी ममता ही जीवन की साथी है।
अनोप भाम्बु
जोधपुर