– मेरी माँ की मुझ पर कृपा –
– मेरी माँ की मुझ पर कृपा –
जब में पढ़ता था कॉलेज में,
तब मुझको माँ ने कविता की समझ दी,
कविता लेखन की चेतना दी,
वरिष्ठ , मंचीय कवियों का साथ दिया,
कवियों के संग रहते रहते मुझको लेखन का आभास दिया,
लेखनी को पकडाकर मुझको लेखन का साहस दिया,
लिख दू में जन – जन के मन की पीड़ा कागज पर ,
ऐसा माँ ने वरदान दिया,
सच को सच लिखने के लायक माँ ने इस नालायक को लायक किया,
जब भी पीड़ा में हुआ तो कविता लिखने का साहस दिया,
अब में कुछ लिख पाता हु कुछ कविता वाचन कर पाता हु,
इतना करने के बाद माँ की बड़ी कृपा हुई ,
माँ ने अपने बेटो में मुझको सबसे छोटे बेटे लाडले कवियों में दिया नाम,
✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184 –