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7 Jan 2021 · 1 min read

मेरी बेटी प्यारी बेटी

क्या है क्यों है और कैसी है..
चंदन की खुस्बू जैसी है..
मेरी बेटी प्यारी बेटी।
मम्मा उसको दिनभर टोके..
पर मंदिर की घंटी के जैसे..
वो दिनभर बजती रहती है,
मेरी बेटी प्यारी बेटी।
वो है तो घर घर लगता है..
घर घर क्या मंदिर लगता है..
जैसे वंदनवार सजी है,
मेरी बेटी प्यारी बेटी।
कभी कभी ऐसी अड़ जाती..
सच पर यूं सब से लड़ जाती..
जैसे कोई अंगद टांग गड़ी है,
मेरी बेटी प्यारी बेटी।
पूछो तो कुछ नहीं चाहिए..
प्यार और सम्मान चाहिए..
लगता है मेरे जैसी है,
मेरी बेटी प्यारी बेटी।
मेरे घर की आन है बेटी..
मै काया मेरी जान है बेटी..
शान और सम्मान है बेटी..
मेरी बेटी प्यारी बेटी।

भारतेन्द्र शर्मा

Language: Hindi
6 Likes · 16 Comments · 589 Views
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