मेरी फितरत
रूठने वालो को मनाना मेरी फितरत में नही,
थूक कर उसको चाटना मेरी फितरत में नही।
इंसान नही,हैवान है जो थूक कर चाट जाते है,
ऐसे इंसानों से दिल लगाना मेरी फितरत में नही।।
नही चाहिए मुझे वो चीज जो मेरी किस्मत में नही,
भीख मांग कर जिंदगी जीना मेरी फितरत में नही।
भीख मांग कर जो अपनी जिंदगी बसर करते है,
उस इंसान की इज्जत करना मेरी फितरत में नही।।
हर किसी से मोहब्बत करना मेरी फितरत में नही,
हर चीज सभी को मिल जाए हर किस्मत में नही।
मिलता वही है जो उसकी किस्मत में लिखा है,
किसी की चीज को झपटना मेरी फितरत में नही।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम