मेरी प्रेम कहानी फ़क्त सिर्फ इतनी सी रही
मेरी प्रेम कहानी फ़क्त सिर्फ इतनी सी रही
मैं उसे बच्चों की माफिक प्यार करती रही
और वो मुझे भोग-विलास की तुच्छ वस्तु समझ, मेरी आबरू से खेलता रहा।
मेरी प्रेम कहानी फ़क्त सिर्फ इतनी सी रही
मैं उसे बच्चों की माफिक प्यार करती रही
और वो मुझे भोग-विलास की तुच्छ वस्तु समझ, मेरी आबरू से खेलता रहा।