Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Oct 2018 · 1 min read

मेरी प्रीत

तुम ही हो मेरी प्रीत,
तुमसे जुड़ी हर रीत,
हर पथ मिली प्रेरणा,
तुमने बदली हर धारणा,

स्नेह प्रेम का यह रिश्ता,
मन में बसाए मैं चलता ,
तुम ही हो जग की शक्ति,
तम हर प्रकाश को लाती,
।।।।जेपीएल।।।

Language: Hindi
2 Likes · 301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
दिखने वाली चीजें
दिखने वाली चीजें
Ragini Kumari
किसी को उदास देखकर
किसी को उदास देखकर
Shekhar Chandra Mitra
वक़्त के साथ
वक़्त के साथ
Dr fauzia Naseem shad
*नींद आँखों में  ख़ास आती नहीं*
*नींद आँखों में ख़ास आती नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"प्रश्नों के बाण"
DrLakshman Jha Parimal
इक उम्र चुरा लेते हैं हम ज़िंदगी जीते हुए,
इक उम्र चुरा लेते हैं हम ज़िंदगी जीते हुए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"सूखे सावन" का वास्ता सिर्फ़ और सिर्फ़ "अंधों" से ही होता है।
*प्रणय प्रभात*
बेटी हूं या भूल
बेटी हूं या भूल
Lovi Mishra
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
भीगी पलकें( कविता)
भीगी पलकें( कविता)
Monika Yadav (Rachina)
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
Vijay kumar Pandey
23/16.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/16.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आजाद पंछी
आजाद पंछी
Ritu Asooja
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
डॉक्टर रागिनी
मुक्तक - वक़्त
मुक्तक - वक़्त
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चला गया
चला गया
Mahendra Narayan
दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था
दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था
अरशद रसूल बदायूंनी
कब आये कब खो गए,
कब आये कब खो गए,
sushil sarna
You need not prove yourself to anybody. Everything you are d
You need not prove yourself to anybody. Everything you are d
पूर्वार्थ
कुछ ख्वाहिश रही नहीं दिल में ,,,,
कुछ ख्वाहिश रही नहीं दिल में ,,,,
Ashwini sharma
मौहब्बत को ख़ाक समझकर ओढ़ने आयी है ।
मौहब्बत को ख़ाक समझकर ओढ़ने आयी है ।
Phool gufran
🇭🇺 झाँसी की वीरांगना
🇭🇺 झाँसी की वीरांगना
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मैं घमंडी नहीं हूँ
मैं घमंडी नहीं हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
ज़िन्दगी लाज़वाब,आ तो जा...
पंकज परिंदा
प्रभु राम अवध वापस आये।
प्रभु राम अवध वापस आये।
Kuldeep mishra (KD)
तुम रूठकर मुझसे दूर जा रही हो
तुम रूठकर मुझसे दूर जा रही हो
Sonam Puneet Dubey
मरने के बाद भी ठगे जाते हैं साफ दामन वाले
मरने के बाद भी ठगे जाते हैं साफ दामन वाले
Sandeep Kumar
बुंदेली दोहे- गुचू-सी (छोटी सी)
बुंदेली दोहे- गुचू-सी (छोटी सी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मिजाज मेरे गांव की....
मिजाज मेरे गांव की....
Awadhesh Kumar Singh
Loading...