मेरी पहचान
मैं हूँ एक बदसूरत लड़की
मेरा न कोई जहान
इस दुनिया में
लोगों की ताने से
होती अपनी दिन की शुरूआत
जहाँ भी मैं जाऊँ
आती पीछे से आवाज
कितनी है बदसूरत यह लड़की
कौन करेगा शादी इससे
रूप है न रंग
लगती है बिल्कुल काली बिल्ली
काट न दे अपना रास्ता
बच इस बला से
वरना दिन खराब हो जायेगा आज से
महफिल का रंग उड़ा ले जायेगी
मत शामिल करना इसे
यह तो दोस्ती के भी लायक नहीं
रिश्तेदारी कौन निभाऐगा इससे
हर संबंध के लिए
पहली शर्त खूबसूरती है
जिसमें यह गुण न हो
समाज में अभिशाप है
बाते तो दूर
इसे देखना भी पाप है
मैं तो यह सब सह लूँगी
क्योंकि मैं हूँ एक बदसूरत लड़की ।