मेरी ताकत है कलम
मेरी ताकत है कलम
कलम से लिखना सीखा हूं ।
लिखकर पढ़ना सीखा हूं ।
मेरी ताकत है कलम ।
लिख कर पढ़ना पढ़ कर लिखना ।
और याद करना सीखा हूं ।
मेरी ताकत है कलम ।
कलम की सहायता से ही ,
परीक्षा में प्रथम आना सिखा हूं।
मेरी ताकत है कलम ।
12वीं ,बीएससी ,एम,ए ,कंप्यूटर डीएड।
ITI की पढ़ाई करना सीखा हूं ।
मेरी ताकत है कलम ।
इसी डिग्री की सहायता से ,
नौकरी पाना सिखा हूं।
मेरी ताकत है कलम ।
बच्चों को शिक्षा देना ,
कविता की रचना करना सिखा हूं।
मेरी ताकत है कलम ।
लोगों के बीच में पहचान बना ।
मेरी जीवन में खुशियां लाना सिखा हू।
मेरी ताकत है कलम ।
आज जो कुछ भी हूं ,
कलम की वजह से हूं ।
मेरी ताकत है कलम ।
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रचनाकार कवि डीजेन्द्र क़ुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभवना, बिलाईगढ़, बलौदाबाजार (छ. ग.)
8120587822