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4 Dec 2020 · 1 min read

मेरी ‘जाॅं’

मेरी ‘जाॅं’ होना ना तुम उदास कभी
उदासी छीन लेती है आस सभी

मेरा छोड़ो, मैं दौर ए सुकूँ का राही नहीं
शायद मैं भी लौटूं इस राह कभी
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
4 Likes · 514 Views
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