Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Feb 2022 · 2 min read

मेरी कुछ बातें

मेरी कुछ बातें शायद आपको बुरी लग गई तो माफ करना
तीन बातें कभी न भूलें
प्रतिज्ञा करके, क़र्ज़ लेकर और विश्वास देकर।
तीन बातें करो
उत्तम के साथ संगीत, विद्वान् के साथ वार्तालाप और सहृदय के साथ मैत्री। –
तीन अनमोल वचन –
धन गया तो कुछ नहीं गया, स्वास्थ्य गया तो कुछ गया और चरित्र गया तो सब गया।
तीन से घृणा न करो
रोगी से, दुखी से और निम्न जाती से
तीन के आंसू पवित्र होते हैं
प्रेम के, करुना के और सहानुभूति के
तीन बातें सुखी जीवन के लिए
अतीत की चिंता मत करो, भविष्य का विश्वास न करो और वर्तमान को व्यर्थ मत जाने दो।
तीन चीज़ें किसी का इन्तजार नहीं करती
समय, मौत, ग्राहक।
तीन चीज़ें जीवन में एक बार मिलती है -*
मां, बांप, और जवानी।
तीन चीज़ें पर्दे योग्य है
धन, स्त्री और भोजन।
*तीन चीजों से सदा सावधान रहिए
बुरी संगत, परस्त्री और निन्दा।
तीन चीजों में मन लगाने से उन्नति होती है
– ईश्वर, परिश्रम और विद्या।
तीन चीजों को कभी छोटी ना समझे –
बीमारी, कर्जा, शत्रु।
*तीनों चीजों को हमेशा वश में रखो
मन, काम और लोभ।
तीन चीज़ें निकलने पर वापिस नहीं आती -*
तीर कमान से, बात जुबान से और प्राण शरीर से।
तीन चीज़ें कमज़ोर बना देती है
बदचलनी, क्रोध और लालच।
तीन चीज़े असल उद्धेश्य से रोकता हैं
बदचलनी, क्रोध और लालच।
तीन चीज़ें कोई चुरा नहीं सकता
– अकल, चरित्र, हुनर।
तीन व्यक्ति वक़्त पर पहचाने जाते हैं
स्त्री, भाई, दोस्त।
*तीनों व्यक्ति का सम्मान करो –
माता, पिता और गुरु।
*तीनों व्यक्ति पर सदा दया करो
बालक, भूखे और पागल।
*तीन चीज़े कभी नहीं भूलनी चाहिए
कर्ज़, मर्ज़ और फर्ज़।
तीन बातें कभी मत भूलें – उपकार, उपदेश और उदारता।
*तीन चीज़े याद रखना ज़रुरी हैं –
सच्चाई, कर्तव्य और मृत्यु।
*तीन बातें चरित्र को गिरा देती हैं
– चोरी, निंदा और झूठ।
*तीन चीज़ें हमेशा दिल में रखनी चाहिए
नम्रता, दया और माफ़ी।

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 197 Views

You may also like these posts

2485.पूर्णिका
2485.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
" गिर करके सम्हला होगा "
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा त्रयी. . . सन्तान
दोहा त्रयी. . . सन्तान
sushil sarna
प्रेम
प्रेम
Neha
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
Ravi Prakash
शाकाहारी बनो ..
शाकाहारी बनो ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही
प्रभु के स्वरूप को आत्मकेंद्रित कर उनसे जुड़ जाने की विधि ही
Rj Anand Prajapati
बचपन
बचपन
PRATIK JANGID
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
तेरी इबादत करूँ, कि शिकायत करूँ
VINOD CHAUHAN
मुझे इंसानों में जीने का कोई शौक नही,
मुझे इंसानों में जीने का कोई शौक नही,
Jitendra kumar
मन की ताकत
मन की ताकत
पूर्वार्थ
फूलों की तरह मैं मिली थी और आपने,,
फूलों की तरह मैं मिली थी और आपने,,
Shweta Soni
हृदय के राम
हृदय के राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
भरे हृदय में पीर
भरे हृदय में पीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
*रिश्तों में दरारें*
*रिश्तों में दरारें*
Krishna Manshi
इत्र   जैसा  बहुत  महकता  है ,
इत्र जैसा बहुत महकता है ,
Neelofar Khan
आज के समय के नेता
आज के समय के नेता
Sonit Parjapati
14. O My Birdie !
14. O My Birdie !
Ahtesham Ahmad
*आधुनिकता के नाम पर अपनेआप को दुनिया के समक्ष नंगा दिखाना भा
*आधुनिकता के नाम पर अपनेआप को दुनिया के समक्ष नंगा दिखाना भा
Seema Verma
चलो आज खुद को आजमाते हैं
चलो आज खुद को आजमाते हैं
डॉ. दीपक बवेजा
“पेपर लीक”
“पेपर लीक”
Neeraj kumar Soni
*शाश्वत सत्य*
*शाश्वत सत्य*
Shashank Mishra
मोहब्बत का कर्ज कुछ यूं अदा कीजिए
मोहब्बत का कर्ज कुछ यूं अदा कीजिए
Jyoti Roshni
सांसें
सांसें
निकेश कुमार ठाकुर
दोस्ती
दोस्ती
Rambali Mishra
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
जीवन की
जीवन की
Dr fauzia Naseem shad
"बचपन याद आ रहा"
Sandeep Kumar
विषय:गुलाब
विषय:गुलाब
Harminder Kaur
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...