मेरी आँखों में देखो
मेरी आँखों में देखो
एक दर्द है,
मुस्तकिल बस गया है इनमें
चेहरे का क्या
हर घड़ी मुस्कराता है ये
हिमांशु Kulshrestha
मेरी आँखों में देखो
एक दर्द है,
मुस्तकिल बस गया है इनमें
चेहरे का क्या
हर घड़ी मुस्कराता है ये
हिमांशु Kulshrestha