मेरी अर्द्धांगिनी
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आज के दिन ही जन्मी थी मेरी अर्द्धागिनी
खूबसूरत हैं वो बलां की मेरी अर्द्धांगिनी
सुख दुख की साथिन है मेरी हर घड़ी की
चोट जो मुझे लगे दर्द सहे मेरी अर्द्धांगिनी
जब से मिली खुशियों में चार चाँद है लगे
चाँद की चाँदनी सी जैसी मेरी अर्द्धागिनी
भोली भाली सी सर्वगुणसम्पन्न घरवाली
आव न ताव देखे चुलबली मेरी अर्द्धागिनी
चन्द्र का टुकड़ा जमीं पर आया फलक से
मेरे हिस्से आया श्वैत मोती मेरी अर्द्धांगिनी
शबनम की बूँद सी जमी जीवन पटल पर
वक्त पर साथ दे सुहासिनी मेरी अर्द्धांगिनी
जन्मदिवस पावन बेला पर दीर्घायु कामना
मेरी भी उम्र लगे मंदाकिनी मेरी अर्द्धांगिनी
फूल सी नाजुक कली बख्शी हमें खुदा ने
फूलों सी रहे सदा महकती मेरी अर्द्धांगिनी
सुखविन्द्र भर्या बना शुभकामनाएं है दे रहा
जिंदगी में लड़ी सी चमकती मेरी अर्द्धांगिनी
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)