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11 Nov 2024 · 1 min read

मेरा होना इस कदर नाकाफ़ी था

मेरा होना इस कदर नाकाफ़ी था
हर बार तेरी आगोश में कोई रफ़ीक़ था

चित्रा बिष्ट

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