Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Sep 2024 · 1 min read

*मेरा सपना*

मैं तुझे जब देखता हूं
जाने किस दुनिया में चला जाता हूं मैं
बंद हो चाहे आंखें मेरी
तेरी खुशबू से तुझे पहचान जाता हूं मैं

मुझे तो हरपल तू ही दिखता है सामने
क्या तुझे भी कभी याद आता हूं मैं
सदाबहार हो गई है ज़िंदगी मेरी तेरे आने से
क्या तेरी ज़िंदगी में भी बहार लाता हूं मैं

चाहता हूं मुस्कुराहट तेरे चेहरे पर हमेशा
इसके लिए कुछ भी कर सकता हूं मैं
तू माने या न माने ए मेरे दिलबर
तेरे लिए ये जान भी क़ुर्बान कर सकता हूं मैं

किसी से भी डर नहीं लगता मुझे
तेरी खामोशी से जाने क्यों डरता हूं मैं
हरपल चाहिए तू ही सामने मेरे
क्या पता है तुम्हें, तेरी हर अदा पर मरता हूं मैं

हो आसमान या हो फिर धरा
हर जगह तुझे ही देख पाता हूं मैं
तेरी याद में खो जाता हूं फिर
तुझसे मिलकर जब घर जाता हूं मैं

होती है जब भी कोई उलझन
तब भी तेरी यादों में खो जाता हूं मैं
निकलता हूं बाहर जब भी उनसे
उलझनों को भी सुलझा जाता हूं मैं

देखूँगा मुस्कुराता हुआ चेहरा तेरा
तेरी बाहों के घेरे में क़ैद हो जाऊंगा मैं
ये सपना मेरा जाने कब होगा पूरा
जब उम्रभर तेरी बाहों में सो पाऊंगा मैं।

6 Likes · 2 Comments · 252 Views
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all

You may also like these posts

किस्सा अधुरा रहेगा
किस्सा अधुरा रहेगा
पूर्वार्थ
2832. *पूर्णिका*
2832. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मनुष्य को विवेकशील प्राणी माना गया है,बावजूद इसके सभी दुर्गु
मनुष्य को विवेकशील प्राणी माना गया है,बावजूद इसके सभी दुर्गु
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"प्रतिष्ठा"
Dr. Kishan tandon kranti
फ़ासले जब
फ़ासले जब
Dr fauzia Naseem shad
खिड़कियाँ -- कुछ खुलीं हैं अब भी - कुछ बरसों से बंद हैं
खिड़कियाँ -- कुछ खुलीं हैं अब भी - कुछ बरसों से बंद हैं
Atul "Krishn"
सुंदरता
सुंदरता
Neerja Sharma
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
निरुपमा
प्रियतम
प्रियतम
Rambali Mishra
किस्तों में सोया है हमने
किस्तों में सोया है हमने
Diwakar Mahto
A last warning
A last warning
Bindesh kumar jha
कविवर शिव कुमार चंदन
कविवर शिव कुमार चंदन
Ravi Prakash
आधुनिक दोहे
आधुनिक दोहे
Suryakant Dwivedi
दीपावली की दीपमाला
दीपावली की दीपमाला
Khajan Singh Nain
कठपुतली
कठपुतली
Shyam Sundar Subramanian
आओ सजन प्यारे
आओ सजन प्यारे
Pratibha Pandey
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
रमेशराज के साम्प्रदायिक सद्भाव के गीत
कवि रमेशराज
😊उर्दू में दोहा😊
😊उर्दू में दोहा😊
*प्रणय*
शुभ मंगल हुई सभी दिशाऐं
शुभ मंगल हुई सभी दिशाऐं
Ritu Asooja
औरत
औरत
नूरफातिमा खातून नूरी
आत्मसम्मान
आत्मसम्मान
Sudhir srivastava
"रिश्ता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Anjana Savi
कामयाबी का नशा
कामयाबी का नशा
SHAMA PARVEEN
पंचचामर छंद एवं चामर छंद (विधान सउदाहरण )
पंचचामर छंद एवं चामर छंद (विधान सउदाहरण )
Subhash Singhai
*~पहाड़ और नदी~*
*~पहाड़ और नदी~*
Priyank Upadhyay
साथी
साथी
अंकित आजाद गुप्ता
उनके दामन से आती है खुश्बू सूकुन की.
उनके दामन से आती है खुश्बू सूकुन की.
Ranjeet kumar patre
सत्य की यात्रा
सत्य की यात्रा
ललकार भारद्वाज
"ग़म का दरिया"
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
Loading...