मेरा श्याम बड़ा ही नटखट…
मेरा श्याम बड़ा ही नटखट
करता है अपनी मनमानी
सताता रहता वह अपनी राधा को
पर करता प्यार वो अपनी राधा से बेशुमार
फिर भी जलाता क्यों गोपियों के रास से
राधा को …
ना जाने राधा को छेड़ कर
मिलता क्या है श्याम को
फिर भी करता श्याम अपनी मनमानी
सुनता ना एक भी बात राधा की
फिर भी बड़ा प्यारा मेरा श्याम
राधा से जुड़ा कृष्ण का नाम
तभी तो सब के मुख पर रहता
।। राधे कृष्ण ,राधे कृष्ण।।
?? जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं आप सभी को ??
।। जय साहित्य।।
????