Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2024 · 1 min read

मेरा शहर कहीं ग़ुम हो गया है

तपाक से गले से लगने वाले
अब तो नज़रें भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं
इस ख़ौफ़ के सन्नाटे में –
मेरा शहर कहीं ग़ुम हो गया है

बदलते वख़्त के मिज़ाज़ के साथ
वतन से बहुत दूर
बसेरा हो तो जाता है
पर जड़ों में की घर की याद
और सोच में मिट्टी की महक बाकी है
यही वो एहसास है की”ज़िंदा हूँ”

ना ही वो बचपन भूलता है –
ना ही बिताये पल
बस अब फ़ोन ही समेटती है
कुछ पुरानी बिखरती यादों को

कल जब भाई ने कहा
ये कैसी महामारी – ये कैसा कहर है
अमीर तो चले गए
पहाड़ियों में बसर करने
दिहाड़ियों की जिंदगी का
ठौर ना जाने कहाँ टिके

ये सोच के ही अंदर कुछ मर सा जाता है

कल जब भाई ने कहा
आजकल मोटर गाड़ियों का शोर
या रिक्शेवाले की घंटी
सड़कों पर सुनाई नहीं देती
अब मोहल्ले के घरों में
कोई डाकिये की राह नहीं देखता
कोई पड़ोसियों के घर जा
चीनी उधार नहीं लेता

तपाक से गले से लगने वाले
अब तो नज़रें भी ख़ौफ़ से मिलाते हैं

सब्जी वालों की रेडियां
सड़क के कोने पर
यूँ ही बेकार पड़ी हैं
खाई से भी गहरी – आंखों में उनकी
भूख से ज़्यादा – दर्द दिखता है

और वो सुकून , इस रोग के सन्नाटे में
वो अपना घर – अपने लोग
अपना पुराना शहर , ना जाने कहाँ गुम हो गया है

Language: Hindi
142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Atul "Krishn"
View all
You may also like:
नजरों  के वो पास  हैं, फिर भी दिल दूर ।
नजरों के वो पास हैं, फिर भी दिल दूर ।
sushil sarna
तुम्हें प्यार करते हैं
तुम्हें प्यार करते हैं
Mukesh Kumar Sonkar
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
नूरफातिमा खातून नूरी
तन्हाई से सीखा मैंने
तन्हाई से सीखा मैंने
Mohan Pandey
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
Neeraj Agarwal
जो वक्त से आगे चलते हैं, अक्सर लोग उनके पीछे चलते हैं।।
जो वक्त से आगे चलते हैं, अक्सर लोग उनके पीछे चलते हैं।।
Lokesh Sharma
हमको भी सलीक़ा है लफ़्ज़ों को बरतने का
हमको भी सलीक़ा है लफ़्ज़ों को बरतने का
Nazir Nazar
सूरज नहीं थकता है
सूरज नहीं थकता है
Ghanshyam Poddar
संस्कारों के बीज
संस्कारों के बीज
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चमकत चेहरा लजाई
चमकत चेहरा लजाई
राधेश्याम "रागी"
प्रेम गीत
प्रेम गीत
हरीश पटेल ' हर'
बांग्लादेश हिंसा पर ...
बांग्लादेश हिंसा पर ...
SURYA PRAKASH SHARMA
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
TDTC / - Thiên Đường Trò Chơi là một cổng game bài đổi thưởn
TDTC / - Thiên Đường Trò Chơi là một cổng game bài đổi thưởn
tdtcpress1
4157.💐 *पूर्णिका* 💐
4157.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मन का महाभारत
मन का महाभारत
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
February 14th – a Black Day etched in our collective memory,
February 14th – a Black Day etched in our collective memory,
पूर्वार्थ
"आँख और नींद"
Dr. Kishan tandon kranti
पसंद प्यार
पसंद प्यार
Otteri Selvakumar
*दहेज: छह दोहे*
*दहेज: छह दोहे*
Ravi Prakash
जीना भूल गए है हम
जीना भूल गए है हम
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*आज बड़े अरसे बाद खुद से मुलाकात हुई हैं ।
*आज बड़े अरसे बाद खुद से मुलाकात हुई हैं ।
Ashwini sharma
कैदी
कैदी
Tarkeshwari 'sudhi'
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
Neeraj Mishra " नीर "
जुदाई का प्रयोजन बस बिछड़ना ही नहीं होता,
जुदाई का प्रयोजन बस बिछड़ना ही नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*कन्या पूजन*
*कन्या पूजन*
Shashi kala vyas
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अनकही दोस्ती
अनकही दोस्ती
राजेश बन्छोर
"दानव-राज" के हमले में "देव-राज" की मौत। घटना "जंगल-राज" की।
*प्रणय*
Loading...