मेरा शरीर और मैं
डॉ अरुण कुमार शास्त्री 💐💐
हमारा शरीर पांच तत्वों से बना हुआ है ये बात तो सब जानते हैं लेकिन यह पांच कोषों से भी बना है ये बात सिर्फ शारीर विज्ञानियों या आचार्यो को ही पता है ।
ये कोष हैं अन्नमय कोष , प्राणमय कोष, मनोमय कोष, विज्ञानमय कोष, एवं आनंदमय कोष , हमारा स्थूल शरीर अन्नमय कोष से बना है , ओर इसे संचालित करने वाले प्राण, मन , बुद्धि , चित्त , अहंकार आदि के अन्य सूक्ष्म कोष हैं । इति शेष फिर कभी । 💐💐 हाँ यहां एक बात बतानी आज के परिपेक्ष्य में अत्यधिक महत्वपूर्ण है वो ये कि इस अन्नमय कोष का अत्यधिक अतिक्रमण नाद के द्वारा अर्थात ध्वनि के कारण होता है अतः व्यवहारिक रूप से हमें कम से कम बोलना व वाद विवाद से बचना होगा । बाह्य ध्वनि तरंगों पर हमारा कोई नियंत्रण नही है ना लेकिन हम अपने स्वयं पर तो नियंत्रण रख ही सकते , ना 👌👌