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14 Feb 2022 · 1 min read

“मेरा प्यार “

हो न पाए रात जब तारों से रौशन,
तो कुछ रौशनी उधार लिए आना।
जगमगाती चांदनी रात में जब मेरी,
याद आए तो”मेरा प्यार”लिए आना।।

♥️♥️♥️♥️♥️
रचना- पूर्णतः मौलिक एवं स्वरचित
निकेश कुमार ठाकुर
संप्रति- कटिहार (बिहार)
सं०-9534148597

Language: Hindi
2 Likes · 233 Views
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