“मेरा नाम”
खबर मुलाकातों की आने लगी है,
मैं होश में आ जाता हूं,
जब से वो मेरा नाम बताने लगी है ।
मुलाकाते यो ही मुक़म्मल नहीं होती,
चाह कर भी वो हमसे दूर जाने लगी हैं ।
खबर मिलने की जब से आयी है,
मुझे यादें और भी सताने लगी हैं ।
मैं होश में आ जाता हूं
जब से वो मेरा नाम बताने लगी है।।
घर का पता हम नहीं जानते,
उनकी निगाहें निगाहों को बताने लगी हैं।
मुलाकातों की खबर किसी को नही,
इस तरह वो बहाने बनाने लगी हैं।
मैं होश में आ जाता हूं
जब से वो मेरा नाम बताने लगी हैं ।।
@निल