// मेरा दिल चुराके ले गई …
// मेरा दिल चुराके ले गई………..
वो सफेद कपड़े वाली ,
वो नीली बैग वाली
मेरा दिल चुरा के ले गई ,
वो लड़की भोली-भाली…!!
रोज आकर चली जाती ,
रोज मिलकर बिछड़ जाती
काश , कहीं ऐसा हो जाता ,
वो आती और वक्त रुक जाता…!
मुस्कान उसकी लगती मुझको ,
तितली जैसी चंचलता वाली
रंगत है उसकी सांवली ,
भूरे-भूरे बालों वाली …!
वो सफेद कपड़े वाली
वो नीली बैग वाली .
मेरा दिल चुरा के ले गई ,
वो लड़की भोली-भाली…!!
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जबसे देखा तबसे चाहा ,
है मुझ सा दीवाना कहां
तुम ही तुम जेहन में मेरे ,
और ढूंढता सारा जहां…!
रातों को सपनों में आती ,
तन्हाई में यादें बन जाती
वो मृगनयनी सी नैनों वाली ,
दुआ जितनी भोली-भाली…!
वो सफेद कपड़े वाली ,
वो नीली बैग वाली .
मेरा दिल चुरा के ले गई ,
वो लड़की भोली-भाली…!!
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नजरें उठाए तो सूरज उगे ,
शाम ढले जब नजरें झुकाए
चेहरा उसका चांद लगे ,
मुझे देखकर वो शरमाए…!
बातें उसकी लगती मुझको ,
फूलों जैसी प्यारी-प्यारी …!
सितारें उसकी कान की बाली ,
हंसी उसकी बड़ी निराली
वो सफेद कपड़े वाली ,
वो नीली बैग वाली .
मेरा दिल चुरा के ले गई ,
वो लड़की भोली-भाली…!!
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पल पल उसकी यादों में ,
खोया खोया सा रहता हूं
सांझ सवेरे उसका ही नाम
मन ही मन में लेता हूं …!
मासूम अदा चाल मतवाली ,
चेहरे पर घुंघट जुल्फों की डाली
चुपके से आई जीवन में मेरे ,
बनकर मौसम बहारों वाली …!
वो सफेद कपड़े वाली ,
वो नीली बैग वाली .
मेरा दिल चुरा के ले गई ,
वो लड़की भोली-भाली…!!
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मेरी जिंदगी में आकर ,
मेरी जिंदगी बदल दी
जो कभी न पा सका मैं ,
मुझे उसने वो खुशी दी …!
मैं तन्हा उदास था ,
मन की महफिल खाली-खाली
होने लगा सवेरा अब ,
गुजर रही रातें काली-काली …!!
वो सफेद कपड़े वाली ,
वो…नीली बैग वाली …!
मेरा दिल चुराके ले गई ,
वो लड़की भोली-भाली…!!
चिन्ता नेताम ” मन ”
डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)