Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2023 · 1 min read

मेरा दामन भी तार-तार रहा

(23)
शिद्तों में जो बेशुमार रहा।
मेरी आंखों का इंतिज़ार रहा ।।

भूल हमको कभी नहीं सकता ।
दिल में बाक़ी ये एतबार रहा ।।

पूंछ कर ज़िंदगी बता देना ।
हम पर किसका कहां उधार रहा ।।

मेरा कब हम इख़्तियार रहा ।
दिल तो दिल था सो बेक़रार रहा ।।

बेबसी जिंदगी में थी शामिल ।
मेरा दामन भी तार-तार रहा ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
15 Likes · 600 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
मदनोत्सव
मदनोत्सव
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
-मां सर्व है
-मां सर्व है
Seema gupta,Alwar
दिल नहीं ऐतबार
दिल नहीं ऐतबार
Dr fauzia Naseem shad
परेशान सब है,
परेशान सब है,
Kajal Singh
..
..
*प्रणय*
अगर कोई लक्ष्य पाना चाहते हो तो
अगर कोई लक्ष्य पाना चाहते हो तो
Sonam Puneet Dubey
इंतज़ार
इंतज़ार
Dipak Kumar "Girja"
3363.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3363.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मुक्तक _ चलें हम राह अपनी तब ।
मुक्तक _ चलें हम राह अपनी तब ।
Neelofar Khan
हँसते गाते हुए
हँसते गाते हुए
Shweta Soni
शुभ प्रभात संदेश
शुभ प्रभात संदेश
Kumud Srivastava
ईश्वर की अजीब लीला है...
ईश्वर की अजीब लीला है...
Umender kumar
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
******छोटी चिड़ियाँ*******
******छोटी चिड़ियाँ*******
Dr. Vaishali Verma
बेटा
बेटा
अनिल "आदर्श"
वाह भई वाह,,,
वाह भई वाह,,,
Lakhan Yadav
दिल टूटा तो हो गया, दिल ही दिल से दूर ।
दिल टूटा तो हो गया, दिल ही दिल से दूर ।
sushil sarna
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
पर स्त्री को मातृशक्ति के रूप में देखना हनुमत दृष्टि है, हर
Sanjay ' शून्य'
*गोल- गोल*
*गोल- गोल*
Dushyant Kumar
*माॅं की चाहत*
*माॅं की चाहत*
Harminder Kaur
तिरंगा
तिरंगा
लक्ष्मी सिंह
जब कभी आपसी बहस के बाद तुम्हें लगता हो,
जब कभी आपसी बहस के बाद तुम्हें लगता हो,
Ajit Kumar "Karn"
कल की तस्वीर है
कल की तस्वीर है
Mahetaru madhukar
"मुलाजिम"
Dr. Kishan tandon kranti
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
भजन -मात भवानी- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
भजन -मात भवानी- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
नींव_ही_कमजोर_पड़_रही_है_गृहस्थी_की___
नींव_ही_कमजोर_पड़_रही_है_गृहस्थी_की___
पूर्वार्थ
*दादू के पत्र*
*दादू के पत्र*
Ravi Prakash
लेखनी चलती रही
लेखनी चलती रही
Rashmi Sanjay
Loading...