मेरा ठिकाना-3—मुक्तक —डी के निवातियाँ
अक्सर लोग पूछते है मुझ से मेरा ठिकाना
अब किसे बताये कहाँ नही मेरा आशियाना
हूँ यारो से दुश्मनो तक के जहन में शामिल
ढूंढ लो खुद में, वैसा ही हूँ जिसने जो माना !!
!
!
!
डी के निवातियाँ_____@@@
अक्सर लोग पूछते है मुझ से मेरा ठिकाना
अब किसे बताये कहाँ नही मेरा आशियाना
हूँ यारो से दुश्मनो तक के जहन में शामिल
ढूंढ लो खुद में, वैसा ही हूँ जिसने जो माना !!
!
!
!
डी के निवातियाँ_____@@@