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18 Sep 2021 · 1 min read

मेरा इंतजार करते

वह चाहे
कहीं भी रहते थे पर
तसल्ली होती थी कि
इस दुनिया में रहते हैं
मिलना न हो पाये तो
कोई बात नहीं
उनका होना ही
दिल में एक सुकून की
लहर सी भर देता था
आज जब वह नहीं तो
दिल बेचैन हो जाता है कि
अब उन्हें कोई कहां ढूंढे
मैं उनके पीछे पीछे उन्हें
ढूंढने जाऊं तो
क्या कहीं मेरा इंतजार करते
वह मिलेंगे मुझे।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
348 Views
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