मेरा इंतज़ार करना
मेरे जाने औ’ तेरे आने का
वो अंतिम क्षण
अत्यंत दुखदाई होता है
जिसमें मैं पूरी कोशिश करता हूँ
तुझे छूने की
किन्तु हर बार…हाँ हर बार
तू फिसल जाती है
मेरे हाथों से
जनवरी की तरह
और मैं ठगा सा
देखता रहता हूँ तुझे
दिसम्बर की तरह
किन्तु हार नहीं मानूँगा मैं
फिर आऊँगा लौटकर
मेरा इंतज़ार करना