Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2021 · 1 min read

मेथी

मम्मी लाई मेथी ताजी,
और बनाई उसकी भाजी ।

उसमें थोड़ा आलू डाला,
और मिलाया गरम मसाला।

स्वाद-गंध का रहा खजाना,
बड़े चाव से इसको खाना।

यह सब्जी है सेहत वाली,
लाती है मुखड़े पर लाली।

त्वचा,पेट का यह रखवाला,
बाल बनाये लंबा काला।

कई रोग से हमें बचाता,
नित्य नियम से जो भी खाता।

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

2 Likes · 2 Comments · 329 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
दिखा तू अपना जलवा
दिखा तू अपना जलवा
gurudeenverma198
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
चंदन माँ पन्ना की कल्पनाएँ
Anil chobisa
अमेठी के दंगल में शायद ऐन वक्त पर फटेगा पोस्टर और निकलेगा
अमेठी के दंगल में शायद ऐन वक्त पर फटेगा पोस्टर और निकलेगा "ज़
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन में प्राकृतिक ही  जिंदगी हैं।
जीवन में प्राकृतिक ही जिंदगी हैं।
Neeraj Agarwal
💐प्रेम कौतुक-360💐
💐प्रेम कौतुक-360💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/239. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फितरती फलसफा
फितरती फलसफा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
वन उपवन हरित खेत क्यारी में
वन उपवन हरित खेत क्यारी में
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
जनता हर पल बेचैन
जनता हर पल बेचैन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दुनिया
दुनिया
Jagannath Prajapati
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
गुजर जाती है उम्र, उम्र रिश्ते बनाने में
Ram Krishan Rastogi
मेरा शरीर और मैं
मेरा शरीर और मैं
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
Mahender Singh
Dear moon.......
Dear moon.......
Sridevi Sridhar
कोई यादों में रहा, कोई ख्यालों में रहा;
कोई यादों में रहा, कोई ख्यालों में रहा;
manjula chauhan
सावन और स्वार्थी शाकाहारी भक्त
सावन और स्वार्थी शाकाहारी भक्त
Dr MusafiR BaithA
मेला लगता तो है, मेल बढ़ाने के लिए,
मेला लगता तो है, मेल बढ़ाने के लिए,
Buddha Prakash
"यह कैसा नशा?"
Dr. Kishan tandon kranti
"मन मेँ थोड़ा, गाँव लिए चल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
कैसे प्रियवर मैं कहूँ,
sushil sarna
कविता: सजना है साजन के लिए
कविता: सजना है साजन के लिए
Rajesh Kumar Arjun
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
Kuldeep mishra (KD)
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
बस इतनी सी अभिलाषा मेरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
टाँग इंग्लिश की टूटी (कुंडलिया)
टाँग इंग्लिश की टूटी (कुंडलिया)
Ravi Prakash
जनता मुफ्त बदनाम
जनता मुफ्त बदनाम
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
एक चतुर नार
एक चतुर नार
लक्ष्मी सिंह
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
सफर वो जिसमें कोई हमसफ़र हो
सफर वो जिसमें कोई हमसफ़र हो
VINOD CHAUHAN
Loading...