मेडिकेटेड घनाक्षरी
पिओगे गिलास चार
पानी सुबह रोज यार
होगी सारी व्याधि आधी
बात मेरी मानना।
किलोमीटर चार हो
सुबह की बयार हो
लेके चलो चार साथी
बात मेरी मानना।
नियम बना लो भाई
रोज करो कविताई
मिले कवि की उपाधि
बात मेरी मानना।
एक पेज रोज लेख
लिखे तो तरक्की देख
पांच साल बाद वादी
बात मेरी मानना।।