★मृदा में मेरी आस ★
मृदा में मेरी आस बसी । सपनों सी मेरी सांस बसी। हल बैल किसानी एक तरफ मौसम बारिश जल एक तरफ। किसान किसानी एक तरफ। बाली बाली में शान बसी ।किसानों के पावन हाथों में लोगों की कमल है जान बची। मृदा में मेरी आस बसी। भारत के हर उन्नत घर में किसान किसानी कृषि बसी। मृदा में मेरी आस बसी।। ★IPS KAMAL THAKUR★