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25 Nov 2021 · 1 min read

मृत्यु भोज

जीवन भर मैंने जो कमाया है
उसे यूं ना गवाना बेटा
ना हो तेरे पास में तो
कर्जा मत करना बेटा
मैं जब भी मर जाऊं
मृत्यु भोज मत करना बेटा, मृत्यु भोज मत करना बेटा!
उस पैसे को बचाकर रखना
अपने बच्चों को पढ़ाना बेटा
ढोंग अंधविश्वास और पाखंड
और कुरीतियों से उसको बचाना बेटा
मृत्यु भोज मत करना बेटा, मृत्यु भोज मत करना बेटा!
जब वह भटके रास्ते से
तो उसको बतलाना बेटा
मेरा परिदृश्य उसे तुम दिखाना
यदि लगे तुम्हें कुछ ऐसा
अनाथो को खिला देना बेटा
मृत्यु भोज मत करना बेटा, मृत्यु भोज मत करना बेटा!
लेखक :- उमेश बैरवा

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 528 Views
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