मृत्यु के बाद.
आवो मत तूम
मेरी मृत्यु
की खबर
सुनकर ….
नहीं हो
सकेगा
शायद तुमको
नहीं आना.
अगर तूम आते तो
मत दो
अपनी माथे
पर आखिरी
चुम्बन.
मत आना
तेरी नयनों में
आँसू की बूंदें
और मत बोलो
प्यार भरी बातें.
अगर बोले तो
भी नहीं सुन
सकती मुछे
जो मैं चाहती थी
ज़िंदा रहने पर.
किसी से मत बोलो
प्यार करता था तुमने मुछे.
मत आवो तुम
अपनी शव मंच
के साथ
किसी ने पूछेगा
शायद तेरी दुःख भरी
चेहरा देखकर तुम से
कौन हूँ मैं तुम्हारा.
आँसू भरी आँखों को
छिपाकर मुस्कुराकर
बोलो “मालूम नहीं है
मुछे ये कौन है.
अपना कोई नहीं है.”
मत बोलो कभी
अर्थ शून्य बातें
‘अगले जनम में
पुनर्जन्म लेकर
करेंगे प्यार हम को
और जियेंगे एकसाथ.’