Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2022 · 1 min read

मूर्खता की हद

यह विपक्षी दल बेवजह विरोध करते है ।
यूं लगता है अपना मानसिक संतुलन खो बैठे है।
तभी तो स्कूल / कॉलेज में यूनिफॉर्म नहीं,
मूर्ख !बिकनी पहनने की सलाह दे बैठे है ।

Language: Hindi
2 Likes · 366 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
झूठ के सागर में डूबते आज के हर इंसान को देखा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
एक महिला की उमर और उसकी प्रजनन दर उसके शारीरिक बनावट से साफ
एक महिला की उमर और उसकी प्रजनन दर उसके शारीरिक बनावट से साफ
Rj Anand Prajapati
I
I
Ranjeet kumar patre
రామయ్య రామయ్య
రామయ్య రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
अब हम उनके करीब से निकल जाते हैं
अब हम उनके करीब से निकल जाते हैं
शिव प्रताप लोधी
आज़ादी की शर्त
आज़ादी की शर्त
Dr. Rajeev Jain
सर्द हवाएं
सर्द हवाएं
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*
*"माँ कात्यायनी'*
Shashi kala vyas
“A little more persistence a little more effort, and what se
“A little more persistence a little more effort, and what se
पूर्वार्थ
सफलता मिलना कब पक्का हो जाता है।
सफलता मिलना कब पक्का हो जाता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
2824. *पूर्णिका*
2824. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
कभी जो अभ्र जम जाए
कभी जो अभ्र जम जाए
Shubham Anand Manmeet
मन्नतों के धागे होते है बेटे
मन्नतों के धागे होते है बेटे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
किसान
किसान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गुफ्तगू करना चाहो तो
गुफ्तगू करना चाहो तो
Chitra Bisht
शीर्षक:गुरु मेरा अभिमान
शीर्षक:गुरु मेरा अभिमान
Harminder Kaur
शराब मुझको पिलाकर तुम,बहकाना चाहते हो
शराब मुझको पिलाकर तुम,बहकाना चाहते हो
gurudeenverma198
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
उजाले अपनी आंखों में इस क़दर महफूज़ रखना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
महाभारत एक अलग पहलू
महाभारत एक अलग पहलू
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
खाक हुई शमशान में,
खाक हुई शमशान में,
sushil sarna
शिव वन्दना
शिव वन्दना
Namita Gupta
सफल हुए
सफल हुए
Koमल कुmari
बरकत का चूल्हा
बरकत का चूल्हा
Ritu Asooja
सकारात्मकता
सकारात्मकता
Sangeeta Beniwal
*पुरखों की संपत्ति बेचकर, कब तक जश्न मनाओगे (हिंदी गजल)*
*पुरखों की संपत्ति बेचकर, कब तक जश्न मनाओगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
🙅पक्का वादा🙅
🙅पक्का वादा🙅
*प्रणय प्रभात*
*चले आओ खुली बाँहें बुलाती हैँ*
*चले आओ खुली बाँहें बुलाती हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...