मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
संपूर्णता किसी के मृत होने का प्रमाण है,
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हर किसी का एक मुकाम होता है,
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
#Rahul_gandhi
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
तुम भी तो आजकल हमको चाहते हो
बना है राम का मंदिर, करो जयकार - अभिनंदन
एहसासों को अपने अल्फ़ाज़ देना ,
कुछ खास शौक नही है मुझे जीने का।
मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे।
तथाकथित धार्मिक बोलबाला झूठ पर आधारित है
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
जो औरों के बारे में कुछ सोचेगा