यूं तो गम भुलाने को हैं दुनिया में बहुत सी चीजें,
Sometimes a thought comes
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक अरुण अतृप्त
if two souls are destined to meet, the universe will always
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
चुप अगर रहें तो व्यवधान नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आज पलटे जो ख़्बाब के पन्ने - संदीप ठाकुर
लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर।
*दुख का दरिया भी पार न होता*
बेवजह ख़्वाहिशों की इत्तिला मे गुज़र जाएगी,
मैं उन लोगों से उम्मीद भी नहीं रखता हूं जो केवल मतलब के लिए
मेरे स्वर जब तेरे कर्ण तक आए होंगे...
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
माँ तुम्हारे रूप से
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
किसी को किसी से फ़र्क नहीं पड़ता है
"सत्य"
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
आपके प्रत्युत्तर में ही आपकी प्रतिभा छुपी है !बेतुकी प्रतिक्