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30 Sep 2018 · 1 min read

मुक़द्दस

हूँ मैं दयाना तेरा तूने मेरे सँग ये क्या कर डाला,
बाँट जहां में सॉरी खुशियाँ दर्द मेरे हिस्से लिखा ड़ाला,
मुक़द्दस में कईयों को तो तूने कई अपनें दे ड़ाले,
हमसें तो तूने छीन कर अपनें भी सिर्फ आँसू दे ड़ाले।।
मुकेश पाटोदिया”सुर”

Language: Hindi
486 Views
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