मुहब्बत का मर्सिया
दर्द की शिद्दत ने हालांकि
उसको भी बेजुबां कर दी!
लेकिन उसकी ख़ामोशी ने
मुहब्बत की मर्सिया कह दी!
वक्त-ए-विदा में वह मुझसे
एक लफ़्ज़ भी नहीं बोली!
फिर भी डबडबाई आंखों ने
उसकी पूरी दास्तां कह दी!!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)