मुस्कुराती बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
मुस्कुराती बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
बंद दीवारों में न जाने कितनी है ये चुप्पियाँ
दर्द सह कर जी रही हैं जिंदगी के ग़म सभी
बेबसी की जिंदगी मे वो तड़पती सिसकियाँ
मुस्कुराती बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
बंद दीवारों में न जाने कितनी है ये चुप्पियाँ
दर्द सह कर जी रही हैं जिंदगी के ग़म सभी
बेबसी की जिंदगी मे वो तड़पती सिसकियाँ