मुस्कान
मुस्कान
चेहरे की मुस्कान, सूरज की चमक जैसी।
गुलाबो की महक, महकाती आंगन जैसी।
अंधेरा दूर कर, भरती उजाला दीपक जैसी
मुझको भी होता है, अब एहसास तलक ऐसा
यह मुस्कान करती, दिल की कसक हल्की ऐसी
भरती आत्मविश्वाश, बढ़ाती आत्मबल ऐसा
थके का विश्राम, उदासी का दिन का प्रकाश जैसी
कष्ट में भी बनता, सर्वोत्तम उपहार ऐसी है मुस्कान मेरी ।।
बस, कहनी एक बात
वक्त निकालो, मुस्कराओ दिल से
जिंदगी न देती मौका ऐसा बार बार
मौका ढूढो और खिलखिलाते रहो हर समय हर बार ।।।।।