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3 Jun 2022 · 1 min read

मुसीबत

बता कर नहीं आती मुसीबत
इतना तू भी जान ले आज
आज उसके ऊपर बीत रही है
जाने कल किसका नंबर पड़ा है

घर जल रहा है उसका
तुम तमाशा मत देखो
घर में तेरे भी जलने वाला
कुछ सामान पड़ा है

आंसुओं पर उसके तुम
कभी हंसना नहीं दोस्तों
आंखों में तुम्हारी भी
आंसुओं का पिटारा पड़ा है

आज किस्मत उसकी बुरी है
जो सपना उसका जल रहा है
नहीं कल का किसी को पता
काल हमेशा पीठ पीछे खड़ा है

हो संजीदा जो दिखाओ भी
उसका दिल तुम बहलाओ भी
बांटो दुःख उसके तुम कभी
दिखाओ तुम्हारा दिल बड़ा है

किसी के दुःख में कैसी खुशी
दूसरों की खुशी में खुशी ढूंढ
जो कर पाओगे ऐसा तुम तो
तुम्हारा ये फैसला ही बड़ा है।

Language: Hindi
13 Likes · 3 Comments · 606 Views
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