मुसीबत से मुलाकात
एक बार की बात है शाम का वक्त था और हल्की हल्की बारिश भी हो रही थी, एक राहुल नाम का लड़का जो अपने गांव से दूर रहकर पढ़ाई करता था, काफी दिनों बाद हुआ है घर लौटा था, उसे अपने घर जाने की इतनी खुशी थी की जल्दी से ट्रेन से उतरा और उसने इधर उधर देखा और एक दूसरे से पूछा, उसे किसी भी तरह के साधन मिलने का आस भी नहींं मिला, और फिर उसने मन बनाया सूनी जंगल की रास्तों से अपने घर की ओर चल पड़ा, रास्ते में ही उसे एक नौजवान लड़का शराब के नशे में धुत उसी राह पर मिला और उसने उस राहुल को घर छोड़ने का वादा किया, फिर राहुल ने कुछ सोचा और फिर उसने उस शराबी के साथ बाइक पर बैठ गया, पर उसे जितना सूनसान जंगल से डर नहीं लगता था उससे कहीं ज्यादा डर लगने लगा, और उसने योजना बनाया फिर किसी कदर वह उसके चंगुल से छूट गया, और बड़ी मुश्किल से आखिरकार घर पहुंच गया और फिर जाकर उसने चैन की सांस ली।
इस कहानी में रचनाकार अभिषेक श्रीवास्तव यह सीख देने की कोशिश करते हैं कि हमें बिना किसी को जाने उससे लिफ्ट नहीं लेना चाहिए…
अभिषेक श्रीवास्तव “शिवाजी”
शहडोल मध्यप्रदेश