मुसाफ़िर
हो गई भोर जाग मुसाफ़िर
दो दिन का मेला ये जीवन
कर्म की गठरी सिर पे लाद
भोर हुई अब जाग मुसाफ़िर
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा
हो गई भोर जाग मुसाफ़िर
दो दिन का मेला ये जीवन
कर्म की गठरी सिर पे लाद
भोर हुई अब जाग मुसाफ़िर
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा