मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
किस्मत उसके नाज़ उठाए, चूमे उन्नत भाल।
सत्कर्मों की सबल करों से, रखता जो बुनियाद।
रहती खुशबू सदा फिजां में, करें उसे सब याद।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद
मुश्किल में जो देख किसी को, बनता उसकी ढाल।
किस्मत उसके नाज़ उठाए, चूमे उन्नत भाल।
सत्कर्मों की सबल करों से, रखता जो बुनियाद।
रहती खुशबू सदा फिजां में, करें उसे सब याद।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद