मुलाकात
आज हम फिर इक मुलाकात करते हैं,
जीवन जो बीता अनुपात करते हैं,
स्वर घात और प्रतिघात के छोड़ कर-
चल आज फिर नई शुरूआत करते हैं।
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संतोष सोनी “तोषी”
जोधपुर (राज.)
आज हम फिर इक मुलाकात करते हैं,
जीवन जो बीता अनुपात करते हैं,
स्वर घात और प्रतिघात के छोड़ कर-
चल आज फिर नई शुरूआत करते हैं।
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संतोष सोनी “तोषी”
जोधपुर (राज.)