मुलाकात होगी
*** मुलाकात होगी (ग़ज़ल) ***
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कभी तो उन से मुलाकात होगी,
दिलों की दिल से हसीं बात होगी।
नये जीवन की निराली निशानी,
सुनहरी सी एक शुरुआत होगी।
भरे बादल प्यार के खूब बरसें,
वहाँ तारों से युक्त बारात होगी।
खुशी झूमेगी यहाँ बन लड़ी सी,
गमों से भी मुक्त सौगात होगी।
खुदा मनसीरत सदा देखता है,
किसी से मांगी न ख़ैरात होगी।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)